यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक लड़के विकास की है, जो अपने दोस्तों के साथ जंगल में खेलते हुए एक रहस्यमय घटना का शिकार बन जाता है। एक दिन, जब विकास और उसके दोस्त जंगल में घूमें, उन्होंने एक पुराने, टूटे-फूटे खंडहर के पास एक कटा हुआ हाथ देखा। यह हाथ किसी इंसान का था, लेकिन विचित्र रूप से उसके कटे हुए हिस्से से खून नहीं बह रहा था।

विकास और उसके दोस्तों को यह देखकर बहुत डर लगा। लेकिन विकास ने सोचा कि यह शायद किसी पुराने हादसे का हिस्सा हो सकता है। उसने दोस्तों से कहा, "यह शायद किसी के काम करने का तरीका होगा। हमें इसे देखे बिना छोड़ देना चाहिए।" लेकिन उसके दोस्तों ने विरोध किया और कटा हुआ हाथ उठाने की कोशिश की। जैसे ही उन्होंने हाथ को छुआ, अचानक तेज़ हवा चलने लगी और आसपास का माहौल भयावह हो गया।

थोड़ी देर बाद, विकास ने देखा कि वह हाथ अचानक हिलने लगा और फिर एक विचित्र आवाज़ सुनाई दी, "तुमने मुझे क्यों छुआ? अब तुम मेरी गिरफ्त से नहीं बच सकते।" विकास और उसके दोस्त डर के मारे कांपने लगे। वह सब वापस घर लौटने के लिए भागे, लेकिन जब तक वे घर पहुँचते, सब कुछ और भी अजीब हो गया।

घर पहुँचने पर, विकास ने महसूस किया कि कुछ अलग था। घर में सन्नाटा था, जैसे कि कुछ ग़ायब था। उसकी माँ और पिताजी चुप थे, और उनकी आँखों में एक घबराहट थी। वह खुद भी डर से काँप रहा था, लेकिन उसने इसे अनदेखा कर दिया। रात को, जब विकास सो रहा था, उसने महसूस किया कि उसके पास किसी का साया खड़ा है। वह उठकर देखता है, और उसे सामने वही कटा हुआ हाथ नजर आता है। यह हाथ अपने आप उसके कमरे में आ चुका था। वह हाथ धीरे-धीरे विकास की ओर बढ़ने लगा। विकास ने डर के मारे चीख मारी, लेकिन हाथ और भी पास आ गया।

अचानक, विकास ने सुना एक आवाज़ आई, "तुमने मुझे परेशान किया है, अब तुम्हें मेरी सजा मिलेगी।" वह आवाज़ साफ तौर पर किसी महिला की थी, लेकिन साथ ही वह एक भूतिया और घबराई हुई आवाज़ भी लग रही थी। विकास की आँखों के सामने वह कटा हुआ हाथ अचानक किसी और रूप में बदलने लगा, और वह हाथ एक खूनी आत्मा में तब्दील हो गया। उसकी आँखों में जलती हुई आग और चेहरे पर गुस्से की छाया थी।

विकास ने भागने की कोशिश की, लेकिन हाथ हमेशा उसकी ओर बढ़ रहा था। उसने देखा कि उस आत्मा का चेहरा पूरी तरह से विकृत था, उसकी आँखों में दर्द और क्रोध की भावना साफ तौर पर झलक रही थी। "अब तुम्हें मेरी ताकत का अहसास होगा," आत्मा ने कहा और हाथ को विकास के गले के पास ले जाने लगी। जैसे ही हाथ उसके गले के पास आया, उसने महसूस किया जैसे उसका दम घुटने लगा हो।

डर के मारे, विकास ने सोचा कि अगर वह आत्मा को शांत कर सकता है, तो शायद वह उसे छोड़ देगी। उसने वही किया जो आत्मा ने उसे कहा था, और खुद को आत्मा के सामने प्रस्तुत किया। "मैं जानता हूँ कि तुम्हें शांति नहीं मिली है। बताओ, क्या मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ?" विकास ने आवाज़ में डर के साथ कहा। उसने अपने अंदर की हिम्मत को जुटाकर आत्मा से बात करने की कोशिश की।

आत्मा ने थोड़ी देर चुप रहने के बाद कहा, "मुझे मेरे शरीर का सही सम्मान चाहिए। मुझे मेरे कटे हुए हाथ के साथ दफनाया नहीं गया था, और इसलिए मैं शांति से नहीं रह पाई।" आत्मा की बात सुनकर विकास को समझ में आ गया कि वह केवल शांति की तलाश में थी, और यह उसे बुरी तरह से परेशान कर रहा था। उसने आत्मा को आश्वासन दिया कि वह उसकी मदद करेगा।

विकास ने आत्मा की बात समझी और अगले दिन गाँव के पंडित से मदद लेकर उस आत्मा के शरीर को ढूंढकर उसे सम्मानित किया। पंडित ने कहा कि यह आत्मा किसी पुराने अधूरे क़िस्से से जुड़ी हुई थी, और उसके शरीर को सही तरीके से दफनाने से ही वह शांति प्राप्त कर सकती थी। गाँव के एक पुराने मंदिर में आत्मा की अंतिम इच्छा पूरी की गई।

इस प्रक्रिया के दौरान, गाँव के लोग भी काफी डर गए थे, लेकिन उन्होंने पंडित के निर्देशों का पालन किया। जब आत्मा को सही सम्मान और दफनाया गया, तो गाँव में एक अजीब शांति छा गई। विकास ने महसूस किया कि अब कुछ अलग था। कोई खौ़फनाक माहौल नहीं था। वह समझ गया था कि आत्मा को शांति देने से ही उसकी परेशानियाँ खत्म हो सकती हैं।

अंत में, जब आत्मा को शांति मिली, तो वह हाथ धीरे-धीरे गायब हो गया और विकास को वह खौ़फनाक अनुभव खत्म हुआ। विकास ने सीखा कि जब भी किसी आत्मा को दर्द हो, उसे शांति देना बहुत जरूरी है, ताकि वह कभी भी किसी और को परेशान न करें। गाँव में भी शांति लौट आई, और लोग विकास की बहादुरी की सराहना करने लगे।

विकास ने महसूस किया कि यह अनुभव न केवल एक डरावनी कहानी थी, बल्कि जीवन की एक महत्वपूर्ण सीख भी थी। उसने यह सीखा कि किसी भी गलत काम को अंजाम देने से पहले, हमें इसके परिणामों के बारे में सोचना चाहिए। आत्माओं को शांति देना और उनकी इच्छाओं का सम्मान करना जरूरी है, क्योंकि वे तब तक शांत नहीं हो सकतीं, जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।