यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जहां एक युवा लड़का, विशाल, अपनी पत्नी पूजा के साथ एक पुराने घर में रहने के लिए आया था। यह घर काफी पुराना था, और बहुत समय से बंद पड़ा हुआ था। गाँव वाले बताते थे कि उस घर में अजीब घटनाएँ घटती हैं और किसी भी व्यक्ति को वहाँ रात बिताने की हिम्मत नहीं होती थी। लेकिन विशाल और पूजा को इस सबका कोई डर नहीं था और उन्होंने इस घर को खरीदने का निर्णय लिया।
पहले कुछ दिन सब कुछ सामान्य था, लेकिन एक रात विशाल और पूजा सोने जा रहे थे कि अचानक घर के अंदर से एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। यह आवाज किसी के चीखने या चिल्लाने जैसी थी। पूजा ने डरते हुए विशाल से कहा, "क्या तुमने ये आवाज सुनी?" लेकिन विशाल ने इसे नजरअंदाज कर दिया और कहा, "यह बस हवा का असर होगा।"
लेकिन रात बीतते-बीतते पूजा को महसूस हुआ कि घर में कुछ और है। वह अकेले ही कमरे में थी जब अचानक बत्तियाँ चली गईं और पूरा घर अंधेरे में डूब गया। उसने देखा कि एक कटा-फटा चेहरा सामने था। उसकी आँखों से खून टपक रहा था और चेहरा बेहद डरावना था। पूजा जोर से चिल्लाई, लेकिन जैसे ही विशाल कमरे में आया, वह चेहरा गायब हो गया।
अगले दिन, विशाल ने घर के बारे में जानने के लिए गाँव के बुजुर्गों से बात की। उन्हें पता चला कि इस घर में एक महिला की आत्मा बसी हुई है, जिसे धोखे से मार दिया गया था। यह महिला अपनी मौत का बदला लेने के लिए लौट आई थी, और जो भी इस घर में रहने आता था, वह उसे परेशान करती थी।
एक रात, जब विशाल और पूजा सोने की कोशिश कर रहे थे, अचानक बत्तियाँ चली गईं और पूरा घर अंधेरे में डूब गया। विशाल को महसूस हुआ कि वह महिला की आत्मा फिर से आ रही थी। उसने पूजा से कहा, "हमेशा डरने से कुछ नहीं होगा। हमें इस आत्मा से निपटना होगा।" पूजा डर के मारे कांप रही थी, लेकिन विशाल ने उसे हिम्मत दी।
जैसे ही दोनों ने आत्मा से सामना करने का फैसला किया, एक ठंडी हवाओं का झोंका आया और घर के चारों ओर घना अंधेरा छा गया। फिर, एक भयंकर चीख सुनाई दी और उस महिला की आत्मा उनके सामने आ गई। विशाल ने उस आत्मा से कहा, "तुम्हारी आत्मा को शांति चाहिए, और तुम्हारा बदला अब पूरा हो चुका है। अब तुम शांति से विश्राम कर सकती हो।"
आत्मा ने उसे गुस्से से घूरा और कहा, "तुम नहीं जानते कि मेरी मौत के बाद मैंने कितने सालों तक दर्द भरे दिन बिताए हैं। अब मैं किसी को भी नहीं छोड़ूंगी।" यह कहते हुए, आत्मा ने विशाल और पूजा को घेर लिया। लेकिन जैसे ही विशाल ने अपनी आँखें बंद की और मानसिक रूप से शांति की प्रार्थना की, आत्मा धीरे-धीरे गायब हो गई।
अचानक कमरे में फिर से रोशनी आ गई और घर का माहौल शांत हो गया। पूजा और विशाल ने महसूस किया कि अब वह आत्मा उन्हें छोड़ चुकी थी। वे दोनों राहत की सांस लेने लगे, लेकिन वे जानते थे कि उन्होंने एक बड़े खतरनाक रहस्य का सामना किया था।
अगले कुछ दिनों तक, विशाल और पूजा घर में शांति से रहने लगे। लेकिन उन दोनों की ज़िंदगी फिर से उलट गई, जब उन्हें एक और अजीब घटना का सामना करना पड़ा। एक रात पूजा को अचानक सपना आया, जिसमें वही महिला की आत्मा फिर से आई और बोली, "तुमने मुझे शांति दी है, लेकिन तुमने मेरी कहानी पूरी नहीं सुनी। अब मैं तुम्हें और तुम्हारे घर को एक अंतिम परीक्षा में डालने आई हूँ।"
पूजा डर के मारे कांप उठी और विशाल को बताया। वह दोनों अब एक नई चुनौती का सामना करने के लिए तैयार थे। इस बार, विशाल और पूजा ने घर के हर कोने को अच्छे से खंगाला। उन्होंने देखा कि उस घर में एक गहरी सुरंग छुपी हुई थी, जो घर के तहखाने से बाहर जाती थी। इस सुरंग में जाने से पहले उन्होंने गाँव के बुजुर्गों से और जानकारी प्राप्त की। एक बुजुर्ग महिला ने उन्हें बताया कि वह महिला एक बड़े प्यार में थी, और उसकी हत्या प्रेमी ने की थी। उसकी आत्मा को तब तक शांति नहीं मिलेगी जब तक उसके प्रेमी का सामना न हो।
अब, विशाल और पूजा ने उस प्रेमी का नाम पता किया और उसे खोजने का संकल्प लिया। महीनों की खोज के बाद उन्होंने पाया कि वह आदमी अब एक और गाँव में रह रहा था। विशाल और पूजा ने उसे ढूंढ निकाला, और उस व्यक्ति से मुलाकात की। वह व्यक्ति बूढ़ा हो चुका था, लेकिन जब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ, तो उसकी आँखों में पछतावा था।
विशाल और पूजा ने उस व्यक्ति से कहा, "तुम्हारे द्वारा की गई हत्या के कारण वह आत्मा हमेशा परेशान रही। अब, तुम्हें इस आत्मा से माफी मांगनी होगी, ताकि वह शांति पा सके।" वह व्यक्ति बहुत ही दुखी था और उसने अपनी गलतियों को स्वीकार किया। उसने पूजा और विशाल से कहा कि वह आत्मा को शांति दिलाने के लिए खुद अपनी जान की कुर्बानी देने के लिए तैयार है।
लेकिन विशाल ने उसे समझाया कि उसकी जान की कुर्बानी से कुछ नहीं होगा। उन्हें बस उस आत्मा से माफी मांगने की जरूरत थी। उस व्यक्ति ने अपनी गलती स्वीकार की और उस महिला की आत्मा से माफी माँगी। जैसे ही उसने माफी मांगी, एक तेज़ आंधी आई और महिला की आत्मा को शांति मिल गई।
उसके बाद, विशाल और पूजा ने देखा कि घर में शांति वापस आ गई थी। अब उस घर में कोई अजीब घटना नहीं होती थी। वे दोनों समझ गए थे कि कभी भी किसी को धोखा देकर उसकी हत्या करना बहुत बड़ा पाप होता है। आत्माएँ अपने बदले को पूरा करती हैं, लेकिन अंत में माफी और समझ ही शांति दिलाती है।