यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक पुराने, सुनसान घर की है। उस घर के बारे में गाँव के लोग कहते थे कि वहाँ एक भूतिया घटना घट चुकी है। कहा जाता था कि उस घर में एक आदमी ने आत्महत्या की थी और उसकी मौत के बाद उस घर में एक अजीब सा माहौल बन गया था। घर में एक फंदा लटका था, और उसी फंदे ने उस आदमी की जान ली थी। इस घटना के बाद वह फंदा कभी नहीं हटाया गया, और तब से हर रात उस घर से एक विचित्र सी आवाज़ें सुनाई देती थीं। गाँववालों का मानना था कि उस फंदे की शक्ति अब भी उस घर में मौजूद थी, और हर रात वह अपनी गिरफ्त में किसी को न किसी को ले लेती थी।

गाँव के लोग उस घर से दूर रहते थे, लेकिन एक दिन एक युवक, रमेश, जो अपनी नौकरी के सिलसिले में गाँव आया था, उसने तय किया कि वह उस घर के रहस्यों को सुलझाएगा। रमेश को साहसिक कार्यों में दिलचस्पी थी, और वह यह जानना चाहता था कि क्या सचमुच उस घर में कोई भूत-प्रेत था, जैसा लोग कहते थे। रमेश की मनोवृत्ति थी कि वह जिस भी रहस्य का सामना करता है, उसे हल करके ही लौटता है।

रमेश ने रात के समय उस घर में जाने का निर्णय लिया। जैसे ही वह घर के पास पहुंचा, हवा में एक अजीब सी खामोशी थी, और पूरा वातावरण डरावना महसूस हो रहा था। उसने अपने साथ एक टॉर्च ली थी और धीरे-धीरे घर के अंदर कदम रखा। घर के अंदर अंधेरा था, और दीवारों पर पुरानी धूल जमा हुई थी। रमेश ने एक-एक कमरे का मुआयना किया, लेकिन वह कोई रहस्य नहीं ढूंढ़ पाया। लेकिन, उसके भीतर एक अजीब सा दबाव महसूस हो रहा था, जैसे कोई उसे घूर रहा हो।

लेकिन जैसे ही वह दूसरे कमरे में गया, उसे किसी का हल्का-सा हंसी सुनाई दी। वह चौंका और टॉर्च को चारों ओर घुमाया, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। रमेश ने सोचा कि यह उसकी कल्पना हो सकती है, लेकिन फिर से उसे वही हंसी सुनाई दी, और इस बार वह हंसी बहुत डरावनी और कटी हुई थी, जैसे किसी की चीख हो। रमेश डर के बावजूद भी उस आवाज का पीछा करने चला गया, उसे ऐसा लगा जैसे कोई उसे पुकार रहा हो।

वह आवाज उसे एक पुराने कमरे के पास ले गई, जहां दीवारों पर पुराने निशान बने हुए थे। रमेश ने देखा कि कमरे के बीचोबीच एक लंबा, घना रस्सी का फंदा लटक रहा था, जैसे कोई अभी-अभी उसमें फंसा हो। रमेश के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसे एहसास हुआ कि यह वही फंदा था जिससे उस आदमी ने अपनी जान ली थी। रमेश ने फंदे को घूमा दिया, लेकिन तभी फंदे के पास से एक तेज़, कटी हुई चीख सुनाई दी। रमेश ने मुंह दबा लिया और इधर-उधर देखने लगा, लेकिन वहाँ कोई नहीं था।

रमेश को महसूस हुआ कि वह अकेला नहीं था। अचानक, उसके सामने एक धुंधला साया दिखाई दिया। वह साया धीरे-धीरे सामने आया, और रमेश ने देखा कि वह एक मरे हुए आदमी का चेहरा था, जिसकी आंखों से खून बह रहा था। उसका चेहरा मुरझाया हुआ था, और उसकी खोपड़ी पर फंदे का निशान था। रमेश के शरीर में सिहरन दौड़ गई। साया धीरे-धीरे उसके पास आ रहा था, और रमेश को महसूस हुआ कि उसकी सांसें तेज़ हो रही हैं, जैसे वह किसी खौ़फनाक शक्ति के संपर्क में हो।

रमेश ने पूरी ताकत से दौड़ने की कोशिश की, लेकिन उसके कदम मानो जम से गए थे। वह फंदे के पास पहुंचते-पहुंचते गिर पड़ा और फिर वह साया उसके ऊपर काबू पा लिया। रमेश की आँखों के सामने सब कुछ धुंधला होने लगा। उसने महसूस किया कि उस साया के पास आने से उसका शरीर भारी और थका हुआ महसूस हो रहा था, जैसे वह धीरे-धीरे उसकी ऊर्जा चूस रहा हो। तभी अचानक, साया गायब हो गया, और रमेश को एक तेज़ झटका महसूस हुआ। वह जमीन पर गिरते हुए बेसुध हो गया।

कुछ घंटे बाद, रमेश ने खुद को उसी घर के बाहर पाया, कांपते हुए और भयभीत। उसके हाथ में वही कैमरा था, जिसमें उसने उस रात की घटना को रिकॉर्ड किया था। जब उसने कैमरा खोला, तो उसमें वह अजीब साया और फंदा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। रमेश अब जान गया था कि वह घर कभी भी सामान्य नहीं था। उसने महसूस किया कि वह उस घर में कुछ ऐसी शक्तियों के संपर्क में आ चुका था, जो मनुष्य के समझ से बाहर थीं।

रमेश ने गाँववालों से सुना था कि उस घर के आसपास की ज़मीन में कुछ खौ़फनाक घटनाएँ घटी थीं। लोग कहते थे कि रात के समय, जब चाँद पूरा था, तो उस घर के आसपास अजीब-सी हलचलें होती थीं। कभी-कभी, वहाँ पर कुछ असाधारण शीतलता महसूस होती थी, जैसे कोई साया उसे अपने जाल में फंसा लेता हो। रमेश ने सोचा, "क्या यह सब किसी छिपे हुए रहस्य का हिस्सा है?" उसने कसम खाई कि वह किसी भी हालत में उस घर का सच्चा रहस्य जानकर ही लौटेगा।

कुछ दिनों तक रमेश घर के बारे में सोचता रहा, लेकिन वह जानता था कि अब उस घर के भीतर से कोई सच सामने आना बाकी था। गाँववालों का कहना था कि उस घर में जाने से पहले हर किसी को अपने दिल में साहस और खुद को समझने की ज़रूरत होती थी। लेकिन रमेश को अब यह सब समझ आ चुका था कि कभी भी किसी ऐसे स्थान पर न जाएं, जहां कोई भयावह घटना घट चुकी हो। भूतिया शक्तियाँ हमें अपनी गिरफ्त में लेने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं।