समीर और उसकी पत्नी रीना ने हाल ही में एक पुराना घर खरीदा था, जो शहर के बाहर, जंगल के पास स्थित था। यह घर कई सालों से बंद पड़ा था, और पड़ोसियों के अनुसार, वहां अजीब घटनाएँ होती थीं। लेकिन समीर को ऐसा कुछ विश्वास नहीं था। रीना को यह घर बहुत अच्छा लगा था, इसलिए उन्होंने वहां रहने का निर्णय लिया। वे मानते थे कि यह सिर्फ अफवाहें थीं, और नया घर उनकी खुशी के लिए होगा।
पहले कुछ दिन सब कुछ सामान्य था, लेकिन फिर एक रात, रीना ने घर में एक अजीब आवाज सुनी। यह आवाज किसी के खांसने की थी, लेकिन जब वह आवाज सुनने के लिए कमरे से बाहर निकली, तो वहां कोई नहीं था। उसे लगा शायद यह उसकी कल्पना थी, लेकिन जब समीर ने भी वही आवाज सुनी, तो उनका दिल दहशत से भर गया। वे दोनों एक दूसरे से यह सवाल कर रहे थे कि क्या यह सिर्फ उनका डर था, या कुछ और था।
एक रात, समीर को महसूस हुआ कि कमरे में कुछ अजीब सी ठंडक आ गई थी। उसकी आंखों के सामने, किसी ने फर्श पर चलने की आवाज की, जैसे कोई भारी कदम उसके पास आ रहे हों। समीर ने रीना से पूछा, "तुम सुन रही हो न ये आवाज?" लेकिन रीना ने किसी को नहीं देखा। वह बहुत डरी हुई थी, लेकिन फिर भी उसने खुद को संभाला और समीर से कहा कि शायद यह उनके दिमाग का असर है।
रात को, जब समीर और रीना सोने की कोशिश कर रहे थे, तो अचानक बत्तियाँ चली गईं। घर में अंधेरा फैल गया और समीर को महसूस हुआ कि कमरे में कोई और है। उसकी नज़रें डरी हुई थीं, और फिर उसने देखा कि कमरे में एक काला साया धीरे-धीरे उसके पास आ रहा था। यह साया किसी व्यक्ति जैसा था, लेकिन उसकी आँखें खून से लाल और उसकी त्वचा अजीब सी सड़ी हुई थी। समीर को यह साया घेरता हुआ महसूस हुआ।
समीर ने जोर से चिल्लाया, लेकिन रीना को कुछ नहीं सुनाई दिया। वह चिल्लाया, लेकिन आवाजें खामोश हो गईं। फिर, वह साया एक झटके से गायब हो गया। समीर की धड़कन तेज हो गई, और वह डरी हुई हालत में बत्तियाँ वापस चालू करने की कोशिश करने लगा। उसने महसूस किया कि यह साया उन्हें अपनी गिरफ्त में लेना चाहता था, लेकिन वह डरकर और ज्यादा भटकने की बजाय उसे किसी से मदद लेने का सोचा।
समीर ने एक लोकल तंत्र विद्या जानने वाले व्यक्ति से मदद मांगी। उस व्यक्ति ने बताया कि यह घर बहुत पुराने समय से किसी अपशकुन का शिकार था। यहाँ एक भूतिया आत्मा बसी हुई थी, जो सदी दर सदी उस घर में रहकर लोगों को अपनी चपेट में लेती रही थी। वह आत्मा कभी शांति से नहीं रह पाई, और अब वह किसी को भी अपनी शिकार बनाने के लिए तैयार थी। यह जानकर समीर और रीना के मन में भय और बढ़ गया।
तंत्र विद्या वाले ने बताया कि वह आत्मा पहले एक अपराधी थी, जो एक नृशंसा हत्या कर चुका था। मरने के बाद, वह आत्मा अपने अपराध का बोझ नहीं झेल पाई और हमेशा उसी घर में भटकती रही। वह आत्मा किसी भी व्यक्ति को देखती थी और उसे अपनी उपस्थिति से डराने लगती थी। उसे अपनी भूख शांत करने के लिए किसी की हत्या करनी पड़ती थी। यह सुनकर समीर और रीना को और ज्यादा घबराहट हुई।
एक रात, समीर और रीना ने उस आत्मा से छुटकारा पाने के लिए तंत्र-मंत्र किया। जैसे ही उन्होंने तंत्र-मंत्र शुरू किया, कमरे में एक कड़ी ठंडक और अंधेरा छा गया। अचानक, साया वापस लौट आया, और उसने समीर को अपनी ओर खींचने की कोशिश की। समीर की आखों में डर था, लेकिन उसने हिम्मत जुटाई और तंत्र विद्या वाले के बताए गए मंत्र का उच्चारण किया। उसकी आवाज़ बहुत तेज़ और स्पष्ट हो रही थी, जैसे वह किसी और दुनिया से आ रही हो।
मंत्र के साथ ही, साया एक दर्दनाक चीख के साथ गायब हो गया। कमरे में फिर से शांति छा गई, और समीर और रीना को एहसास हुआ कि उन्होंने उस आत्मा से छुटकारा पा लिया है। लेकिन उनकी आँखों के सामने वह दृश्य हमेशा के लिए रहता था। वे जानते थे कि अब वह भूतिया आत्मा कभी भी वापस लौट सकती है। हालांकि, उस रात के बाद घर में कभी कोई अजीब घटना नहीं हुई, लेकिन उनका मन हमेशा घबराया रहता था।
उस रात के बाद समीर और रीना की ज़िंदगी में बहुत कुछ बदल चुका था। घर के अंदर वह भय, वह अजीब घटनाएँ और उस आत्मा का सामना उन्हें हमेशा याद रहेगा। वे जानते थे कि कभी भी ऐसी शक्तियाँ किसी न किसी रूप में लौट सकती हैं। यह उनका एक अजीब अनुभव था, जिसे वे किसी को नहीं बता सकते थे। लेकिन वह अनुभव उनके मन में गहरे तौर पर अंकित हो चुका था।
समीर और रीना अब इस बात को समझ गए थे कि कभी भी अपनी आँखों के सामने दिखने वाले अजीब और रहस्यमयी घटनाओं को हल्के में न लें। कभी-कभी, हमारे आस-पास ऐसी शक्तियाँ होती हैं, जिन्हें हम समझ नहीं पाते, और वे हमें अपनी गिरफ्त में लेने की ताकत रखती हैं। वे अब कभी भी किसी रहस्यमयी जगह पर बिना सोचे-समझे कदम नहीं रखते थे।