यह कहानी एक छोटे से गाँव के पास स्थित एक घने जंगल की है, जहाँ पर कुछ भी सामान्य नहीं था। लोग कहते थे कि इस जंगल में एक भूतिया कंकालों का राज है। हर रात इस जंगल से अजीब-अजीब आवाजें आतीं, और रात के अंधेरे में कोई अज्ञात शक्ति कंकालों को जीवन देती थी। लेकिन इस रहस्य को किसी ने कभी खोलने की हिम्मत नहीं की थी।

गाँव के लोग अक्सर इस जंगल से डरते थे, और कोई भी शाम को उस रास्ते से गुजरने की हिम्मत नहीं करता था। खासकर रात के समय, जब चाँद की रोशनी भी बेमानी सी लगने लगती थी। हर घर में लोग कहते थे कि इस जंगल में आत्माएँ बसी हुई हैं, जो अपने दुखों और कष्टों को किसी पर थोपने के लिए लालायित रहती हैं।

गाँव में एक साहसी लड़का था, जिसका नाम था नीलय। उसे हमेशा से ही खौ़फनाक और रहस्यमयी घटनाओं में दिलचस्पी थी। उसने सुना था कि इस जंगल के बीचो-बीच एक पुरानी किले की खंडहर है, जहाँ एक समय में बहुत सारे लोग मर गए थे। गाँववाले मानते थे कि यह किले के भीतर कंकालों का एक विशाल साम्राज्य है, जो हर रात उठकर जंगल में घूमते हैं।

नीलय ने ठान लिया था कि वह इस राज को उजागर करेगा। उसने सुना था कि किले के अंदर एक रहस्यमयी किताब है, जो उस कंकालों के साम्राज्य के बारे में बहुत कुछ जानती है। उसकी यह इच्छा थी कि वह इस किताब को पा सके और कंकालों के रहस्य को उजागर कर सके।

एक रात, जब चाँद पूरी तरह से ढक चुका था और जंगल में घना अंधेरा था, नीलय ने अकेले ही जंगल में जाने का निर्णय लिया। जैसे ही वह जंगल में घुसा, उसे एक अजीब सी ठंडक महसूस होने लगी। हवा में किसी घातक ताकत का अहसास हो रहा था। एक पल के लिए नीलय ने सोचा कि क्या वह इस खौ़फनाक जंगल में अकेले आकर सही काम कर रहा है।

लेकिन फिर भी उसने अपने कदम बढ़ाए, और वह किले के खंडहर तक पहुँचने में सफल हो गया। वह किला भूतिया था, और उसकी दीवारों पर सड़ी-गली खोपड़ियाँ और हड्डियाँ पड़ी हुई थीं। जैसे ही उसने अंदर कदम रखा, एक तेज़ आवाज आई, "तुम यहाँ क्या कर रहे हो?" नीलय को लगा कि यह केवल उसकी कल्पना थी, लेकिन जब उसने चारों ओर देखा तो उसे कोई दिखाई नहीं दिया।

अचानक, एक हल्की सी हवा आई और उसके सामने जमीन से कंकाल उभरते हुए दिखाई देने लगे। कंकालों के हाथ हिलते हुए और हड्डियाँ खड़कती हुईं, जैसे वे किसी से बातें कर रहे हों। नीलय के रोंगटे खड़े हो गए, और उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा। कंकालों ने अपनी चुप्प तोड़ी और बोलना शुरू किया, "तुमने हमारे राज में घुसने की हिम्मत की है, अब तुम्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा।"

नीलय ने डरते हुए पूछा, "तुम लोग कौन हो? और क्यों तुम यहाँ घूम रहे हो?" उसने किसी तरह से अपनी आवाज को शांत रखने की कोशिश की। कंकालों में से एक कंकाल आगे बढ़ा और उसने कहा, "हम वो आत्माएँ हैं जिनकी हत्या किले के मालिकों ने की थी। हम अपनी मौत के बाद भी इस जगह पर अपना राज कायम रखने के लिए मजबूर हैं।"

"हमारा शांति से जीने का हक़ छीना गया था," कंकाल ने फिर से कहा, "और अब हम यहीं भटक रहे हैं, क्योंकि हमारी आत्माओं को शांति नहीं मिल पाई। हम हर रात जंगल में घूमते हैं ताकि हमारी आत्माएँ किसी तरह से मुक्त हो सकें।" यह सुनकर नीलय को समझ में आ गया कि यह कंकाल उन लोगों की आत्माएँ हैं जिन्हें किले के मालिकों ने धोखे से मारा था।

नीलय ने सोचा कि वह इस रहस्य को जल्द से जल्द खत्म कर दे, क्योंकि वह जानता था कि इन कंकालों का गुस्सा बहुत खतरनाक हो सकता है। तभी, कंकालों के राजा ने एक खौ़फनाक हंसी सुनाई और कहा, "तुम हमारे राज को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हो। हम तुम्हें यहीं पर हमेशा के लिए छोड़ देंगे।"

नीलय ने हिम्मत जुटाते हुए, कंकालों के राजा से कहा, "तुम्हें शांति चाहिए, तो तुम्हें अपनी आत्माओं को मुक्त करना होगा।" कंकालों के राजा की आँखों में गुस्सा और एक अजीब सा शांति का मिश्रण था। उसने चुपके से कहा, "तुम सच में हमारी मदद करना चाहते हो?"

नीलय ने हामी भरते हुए कहा, "अगर तुम शांति से जीने के लिए तैयार हो, तो मैं तुम्हारी मदद करूंगा।" कंकालों के राजा ने एक अंतिम प्रयास किया और सभी कंकालों को पुनः अपनी आत्माओं को शांति देने के लिए मार्गदर्शन किया। धीरे-धीरे, कंकाल शांत हो गए और उनका गुस्सा थम गया।

कंकालों के राज का अंत हो चुका था, और अब जंगल का माहौल बदल चुका था। अगले दिन, जब नीलय गाँव वापस आया, तो उसने देखा कि जंगल का माहौल पहले की तरह खौ़फनाक नहीं था। वहाँ कोई खौ़फनाक कंकाल नहीं था। किले के खंडहर से कंकालों का राज समाप्त हो चुका था। गाँववालों ने नीलय की बहादुरी की सराहना की, और उसे एक नायक मान लिया।

गाँव में सभी को यह एहसास हो गया कि नीलय ने केवल कंकालों के गुस्से को शांत नहीं किया, बल्कि उनकी आत्माओं को भी शांति दी। अब, उस किले की खंडहर और जंगल को देखने में कोई डर नहीं था। यह कहानी अब केवल एक याद बनकर रह गई थी, और लोग नीलय को एक बहादुर हीरो के रूप में याद करते थे।