एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम था नील। नील को रात का समय बहुत पसंद था। जब भी सूरज ढलता और चाँद आसमान में उभरता, वह अपनी छोटी सी छत पर जाकर टिमटिमाती रात को देखता। नील को आकाश में चमकते हुए तारे बहुत आकर्षित करते थे। उसे लगता था कि हर तारा किसी कहानी को बयां करता है, एक रहस्य, एक सपना।

एक रात, नील ने देखा कि एक तारा अन्य तारों से ज़्यादा चमक रहा था। यह तारा उसे जैसे बुला रहा था। नील हैरान हो गया और सोचने लगा, "क्या यह तारा कुछ खास है?" नील ने अपनी आँखें पूरी तरह से उस तारे पर जमाई और उसे अपनी ओर खींचते हुए महसूस किया। अचानक, उसने सुना, "नील, तुम्हारे दिल में बहुत सारी इच्छाएँ हैं। अगर तुम विश्वास रखोगे, तो वे सच हो सकती हैं।"

नील चौंका, "क्या तुम मुझसे बात कर रहे हो?" उसने देखा कि तारा एक चमकदार रेखा में बदल गया, जो धीरे-धीरे नीचे की ओर झुकी और नील के पास आकर रुक गई। तारे ने कहा, "हाँ, मैं वह तारा हूँ जो तुम्हारे सपनों को पूरा करने में मदद कर सकता हूँ। लेकिन तुम्हें अपने सपनों पर विश्वास रखना होगा।"

नील ने सोचा और फिर बोला, "मेरे सपने हैं कि मैं बड़ा आदमी बनूँ, अपनी किताबें लिखूं, और दुनिया को अच्छा बना सकूं। क्या आप मेरी मदद करेंगे?" तारा मुस्कराते हुए बोला, "तुम्हारी मेहनत और विश्वास ही तुम्हारे सपनों को सच करेंगे। लेकिन मैं तुम्हें एक खास संदेश देना चाहता हूँ - कभी हार मत मानो, क्योंकि टिमटिमाती रातें यही दिखाती हैं कि अंधेरे के बाद उजाला जरूर आता है।"

नील ने उस रात तारे से सीखा कि सपने सच करने के लिए केवल इच्छा और विश्वास जरूरी नहीं, बल्कि मेहनत भी बहुत जरूरी है। वह रात के बाद नील ने खुद से वादा किया कि वह कभी हार नहीं मानेगा और अपने सपनों की ओर लगातार बढ़ेगा।

अगले दिन से नील ने अपनी पढ़ाई में और भी मेहनत करना शुरू कर दिया। वह अपने सपनों की दिशा में छोटे-छोटे कदम बढ़ाता गया। धीरे-धीरे उसकी मेहनत रंग लाई, और वह न केवल अपने सपनों को पूरा कर पाया, बल्कि उसने दूसरों को भी यह सिखाया कि विश्वास और मेहनत से कुछ भी संभव है।

समय के साथ नील बड़ा हुआ और उसने अपनी किताबें लिखी, जो बच्चों को प्रेरणा देती थीं। एक दिन, जब नील आकाश को देख रहा था, तो उसे वह तारा फिर से चमकते हुए दिखाई दिया। नील मुस्कुराया और कहा, "आपने मेरा मार्गदर्शन किया, धन्यवाद। अब मैं जानता हूँ कि जो तारा रात को चमकता है, वह हमें सिखाता है कि हम कभी भी अपने सपनों को छोड़ नहीं सकते।"

सीख: "सपने सच हो सकते हैं अगर हम अपने अंदर विश्वास रखें और कड़ी मेहनत करें।"

समाप्त