जंगल के एक छोटे से गाँव में एक हाथी रहता था। उसका नाम था हिम्मत। हिम्मत एक बहुत ही अच्छा दिल रखने वाला हाथी था, लेकिन उसका एक छोटा सा दुर्योग था—वह हमेशा अपनी बड़ी मुस्कान के कारण सबसे अलग दिखता था। उसकी मुस्कान इतनी बड़ी थी कि जब भी वह हंसता, उसकी पूरी मुंह की हड्डी और दांत नजर आते थे, जिससे जंगल के दूसरे जानवर थोड़ा डर जाते थे।
हिम्मत को इस बात से बहुत दुख होता था। वह हमेशा अपने दोस्त ढूंढ़ता रहता था, लेकिन उसकी मुस्कान के कारण कोई भी उसके पास नहीं आता। वह अकेला महसूस करता और यह सोचता कि क्या उसकी मुस्कान सच में इतनी डरावनी थी?
एक दिन जंगल में एक नया मेहमान आया—एक छोटा सा खरगोश जिसका नाम था चीकू। चीकू छोटे-छोटे कदमों से जंगल में घूम रहा था, और जब उसने हिम्मत को देखा, तो उसने बिना किसी डर के उसकी ओर दौड़कर कहा, "नमस्ते! आप बहुत अच्छे लगते हो।" हिम्मत चौंक गया, क्योंकि उसे कभी किसी ने उसकी मुस्कान के बारे में अच्छे शब्द नहीं कहे थे।
हिम्मत ने धीरे से कहा, "तुम मुझे अच्छे कैसे लग सकते हो? मेरी मुस्कान बहुत बड़ी है और लोग मुझे देखकर डर जाते हैं।"
चीकू मुस्कराते हुए बोला, "तुम्हारी मुस्कान बहुत प्यारी है! मैं देख सकता हूँ कि तुम बहुत अच्छे हो, और किसी की मुस्कान से कभी डरना नहीं चाहिए। तुम्हारी मुस्कान तो जंगल को रोशन करती है!"
हिम्मत को यह सुनकर बहुत खुशी हुई, और उसने चीकू से पूछा, "तुम सच में मेरे साथ दोस्ती करना चाहते हो?" चीकू हंसते हुए बोला, "बिल्कुल! मुझे तुम्हारी मुस्कान बहुत पसंद आई।" और इस तरह हिम्मत और चीकू की दोस्ती शुरू हो गई।
चीकू ने हिम्मत को यह सिखाया कि उसकी मुस्कान एक खास चीज़ है, और उसे इसे गर्व से दिखाना चाहिए। हिम्मत अब कभी अपनी मुस्कान को छिपाता नहीं था। वह जंगल में घूमता और सभी जानवरों से दोस्ती करता। धीरे-धीरे जंगल के बाकी जानवरों को भी समझ में आया कि हिम्मत की मुस्कान डरावनी नहीं, बल्कि प्यारी और दोस्ताना थी।
एक दिन जंगल में एक बड़ा तूफान आया। सभी जानवर डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। लेकिन हिम्मत ने अपनी मुस्कान और दिल से सभी को शांत किया। वह जंगल के हर कोने में गया और जानवरों को सुरक्षित स्थान पर लाया। उसकी मुस्कान ने सभी को साहस दिया और वे डर को भूल गए।
अंत में, जंगल के सभी जानवरों ने हिम्मत को धन्यवाद दिया और कहा, "तुम्हारी मुस्कान ने हमें साहस दिया। अब हमें यह समझ में आया कि सच्ची दोस्ती और अच्छाई दिखाने के लिए कभी भी अपनी मुस्कान छिपानी नहीं चाहिए।"
हिम्मत ने मुस्कराते हुए कहा, "मैंने तो बस अपनी मुस्कान और दिल से मदद की। असली खुशी दूसरों की मदद करने से मिलती है।"
सीख: "अपनी मुस्कान और अच्छाई को कभी भी छिपाना नहीं चाहिए, क्योंकि वह ही हमें दूसरों से जोड़ती है।"
समाप्त