यह कहानी एक छोटे गाँव के पास स्थित एक कब्रिस्तान की है। गाँव में लोग उस कब्रिस्तान से हमेशा डरते थे, खासकर रात के समय। कहते हैं कि वहां रात के समय अजीब घटनाएँ घटती थीं, और वहाँ के मृतकों की आत्माएँ रात के समय बाहर आती थीं। यह डर इतना ज्यादा था कि उस कब्रिस्तान के पास से कोई भी व्यक्ति रात के समय गुजरने की हिम्मत नहीं करता था। लेकिन एक दिन एक युवक, विनय, ने यह तय किया कि वह इस रहस्य को सुलझाएगा।
विनय एक साहसी युवक था, और उसे हमेशा ऐसी भूतिया कहानियों का पर्दाफाश करना अच्छा लगता था। वह मानता था कि इस तरह के डर और अफवाहों का कोई ठोस आधार नहीं होता। गाँव के लोग उसे डराने की कोशिश करते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। उसने ठान लिया कि वह रात को कब्रिस्तान के पास जाकर वहां की घटनाओं की जांच करेगा और पूरी सच्चाई का पता लगाएगा।
जैसे ही रात का अंधेरा गहरा होने लगा, विनय अपनी कैमरे के साथ कब्रिस्तान के पास पहुँच गया। वह धीरे-धीरे कब्रिस्तान के किले के पास गया, जहाँ कब्रों की एक लंबी पंक्ति फैली हुई थी। उसकी आँखें डर और उत्सुकता से भर गई थीं। उसका दिल तेजी से धड़क रहा था, लेकिन उसने खुद को शांत रखने की कोशिश की। अचानक उसे एक तेज़ हवा का झोंका महसूस हुआ, और ऐसा लगा जैसे कोई उसे घूर रहा हो।
विनय ने अपनी कैमरा लाइट को चारों ओर घुमाया, लेकिन उसने किसी भी प्रकार का जीवित व्यक्ति नहीं देखा। फिर उसने सोचा कि वह सिर्फ अपना डर जीतने की कोशिश कर रहा था। जैसे ही वह कब्रों के पास पहुँचा, अचानक एक तेज़, असाधारण आवाज़ आई, जो मानो कब्रों से उठ रही हो। किसी ने उसकी पीठ पर हाथ रखा था। विनय डर के मारे पलटने की बजाय धीरे से हाथ हटाने की कोशिश की, लेकिन वह हाथ और भी मजबूत हो गया।
वह कांपते हुए पलटा और सामने देखा। सामने एक व्यक्ति खड़ा था, लेकिन वह सामान्य नहीं था। उसकी आँखों से लाल चमक निकल रही थी, और उसका चेहरा पूरी तरह से सड़ा हुआ था। उसकी त्वचा पर काली परत चढ़ी हुई थी, और वह बुरी तरह से सड़ चुका था। उसकी आँखों में गुस्सा और घृणा भरी हुई थी। उसने धीरे-धीरे विनय की तरफ देखा और कहा, "तुमने जो किया, वह तुमसे सस्ते में नहीं छोड़ा जाएगा।"
विनय का दिल तेजी से धड़कने लगा, और उसे समझ में आ गया कि यह कोई साधारण आदमी नहीं था। यह एक आत्मा थी, जो कब्रिस्तान की सड़ी-गली ज़मीन पर भटक रही थी। विनय का गला सूख गया, और उसकी सांसें थम सी गईं। उस आत्मा की आँखों में जैसे कोई गहरा रहस्य छिपा था। वह खौ़फनाक हंसी हंसते हुए विनय के पास बढ़ी। विनय अब जानता था कि उसे यहां से भागना ही होगा, और उसने बिना समय गवाए भागने का फैसला किया।
जैसे ही वह दौड़ने लगा, उसने महसूस किया कि वह आत्मा उसकी नजदीक हो रही थी। उसके कदम तेज़ हो रहे थे, और उसे महसूस हुआ कि आत्मा भी तेजी से उसके पीछे आ रही थी। विनय ने डर के मारे अपनी आँखें बंद कर लीं, लेकिन जैसे ही वह दौड़ते हुए देखा, सभी कब्रें जैसे उसके पीछे दौड़ रही थीं। हर कब्र का मुँह खुला था, और उसकी आँखों में अजीब-सी हलचल थी।
तभी एक तेज आंधी आई, और कब्रों से एक आवाज सुनाई दी। "कभी भूलकर भी इस जगह पर मत आना। हम शांति की खोज में नहीं हैं, बल्कि हमारी आत्माओं को शांति चाहिए।" विनय बिना पलटे, दौड़ते हुए गाँव की ओर भागा। उसे लगा कि अगर वह रुकता, तो वह कभी लौट नहीं पाता। वह अब पूरी तरह से यह समझ चुका था कि जिन चीजों को वह मजाक समझता था, वे असल में बहुत खतरनाक थीं।
विनय का दिल अब डर और थकावट से भर चुका था। जैसे-जैसे वह गाँव के पास पहुँचने वाला था, उसे हर कदम के साथ और ज्यादा घबराहट महसूस हो रही थी। उसकी साँसें तेज़ हो चुकी थीं, और उसने समझा कि वह जैसे-जैसे गाँव के पास पहुँच रहा था, वह और भी नर्वस हो रहा था। उसे ऐसा लग रहा था कि कोई और उसे पकड़ने के लिए पीछे से आ रहा था। वह अब पूरी तरह से यह महसूस कर चुका था कि उस जगह के पास आकर उसने कोई बड़ी गलती की थी।
गाँव के पास पहुँचते ही विनय ने देखा कि वह अब सुरक्षित है। लेकिन उसकी हालत बहुत खराब हो चुकी थी। उसके चेहरे पर पसीने की बूँदें थी, और आँखों में डर साफ़ दिखाई दे रहा था। वह गाँव में प्रवेश करने ही वाला था कि उसने पीछे मुड़कर देखा। वहाँ कुछ नहीं था, लेकिन उस अंधेरे में एक साया नजर आया। यह वही आत्मा थी जो उसे पीछा कर रही थी। वह साया एक बार फिर उसे घूर रहा था, और विनय के दिल में एक और भय की लहर दौड़ गई।
अगले दिन, गाँव के लोग उसे डरते हुए देखकर यह जान गए कि कब्रिस्तान के किनारे से गुजरने के बाद वह कोई सामान्य इंसान नहीं रहा था। विनय ने कभी किसी को उस रात के बारे में पूरी कहानी नहीं बताई, लेकिन वह जानता था कि उस रात के बाद उसने जो देखा, वह उसे कभी नहीं भूल सकता। उसकी आँखों में एक अजीब सा डर था, और उसका चेहरा पीला पड़ चुका था। वह पूरी तरह से महसूस कर चुका था कि कुछ ऐसी शक्तियाँ होती हैं, जिनके बारे में सोचने से भी इंसान डर जाता है।
अब विनय उस रात को याद करता था, तो उसे समझ में आता था कि किसी भी रहस्यमयी और डरावनी जगह पर जाना जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है। उसने यह सिखा कि कभी भी उन जगहों से खेलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए जहाँ पर इतिहास और समय के साथ रहस्यमयी घटनाएँ घट चुकी हों। अगर किसी स्थान से डर लगता है, तो बेहतर होता है कि हम वहां से दूर रहें और किसी भी अज्ञात शक्ति से टकराने की कोशिश न करें।