एक छोटे से शहर में एक युवक रहता था जिसका नाम रोहन था। रोहन को समय की अहमियत का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था। वह समय को यूं ही गवा देता था। उसे लगता था कि वक्त का कोई खास महत्व नहीं है, क्योंकि उसे यह एहसास नहीं था कि समय कभी लौट कर नहीं आता। उसका पूरा दिन बिना किसी उद्देश्य के बीत जाता था।

एक दिन रोहन के जीवन में एक ऐसा मोड़ आया जिसने उसकी सोच को पूरी तरह बदल दिया। रोहन का एक दोस्त था, विजय, जो हमेशा समय का सही उपयोग करता था। विजय का दिन कभी भी व्यर्थ नहीं जाता था। उसे हमेशा अपने कार्यों में व्यस्त रहते हुए अच्छे परिणाम मिलते थे। रोहन यह देखकर हैरान था कि विजय हमेशा खुश रहता था और उसका जीवन संतुलित था।

एक दिन रोहन ने विजय से पूछा, "तुम हमेशा इतने व्यस्त और खुश कैसे रहते हो? तुम्हारे पास समय का इतना सही उपयोग करने की शक्ति कहाँ से आती है?" विजय ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "रोहन, समय वही है जो हमें मिलता है, पर उसका उपयोग हम पर निर्भर करता है। अगर तुम समय का सही उपयोग करते हो, तो तुम्हारे पास ना केवल अच्छा परिणाम आता है, बल्कि तुम खुश भी रहते हो।"

विजय की बातों ने रोहन के दिल को छू लिया। उसने समझा कि वह अब तक समय को बर्बाद करता आ रहा था और उसने यह ठान लिया कि अब वह अपनी जिंदगी में बदलाव लाएगा। अगले दिन से उसने अपने समय का सदुपयोग करना शुरू किया। वह समय का सही प्रबंधन करने के लिए एक दिनचर्या बनाता और अपने कार्यों को प्राथमिकता देता।

रोहन ने अपनी दिनचर्या में कई बदलाव किए। वह अब सुबह जल्दी उठता था, समय पर अपने काम करता और अपनी पढ़ाई में भी पूरा ध्यान देता था। पहले जो काम वह आलस्य के कारण टालता था, अब वह समय रहते करता था। उसे यह एहसास हुआ कि समय का सही उपयोग करने से उसके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आ रहे थे। उसकी सफलता के परिणाम दिखाई देने लगे।

धीरे-धीरे रोहन का जीवन बदलने लगा। वह अपनी पढ़ाई में अव्‍ल, खेलों में रुचि लेने लगा और समाज में भी सक्रिय रूप से काम करने लगा। वह समझ गया था कि समय का मूल्य बहुत बड़ा है और उसका सही उपयोग ही सफलता की कुंजी है। उसने देखा कि समय बर्बाद करने से कोई लाभ नहीं होता, बल्कि इससे केवल पछतावा होता है। अब रोहन अपने समय का सही उपयोग करता था, और उसने यह जान लिया था कि वक्त का गुजरना रुकता नहीं है, लेकिन जो इसका सही उपयोग करता है, वही अपनी जिंदगी को सफल बना सकता है।

समय के महत्व को समझने के बाद रोहन ने तय किया कि वह अब कभी भी समय को व्यर्थ नहीं गवाएगा। उसकी जीवनशैली पूरी तरह बदल चुकी थी। अब उसे हर काम में सफलता मिल रही थी, क्योंकि वह हर कार्य को प्राथमिकता देकर समय पर करता था। एक दिन रोहन के माता-पिता ने उसकी मेहनत और बदलाव को देखा और वे भी बहुत खुश हुए। उन्होंने रोहन की सफलता की सराहना की और उसे आशीर्वाद दिया।

रोहन की कहानी ने यह सिखाया कि वक्त का गुजरना तो रुकता नहीं है, लेकिन हम उसे कैसे उपयोग करते हैं, यह हमारे जीवन को आकार देता है। जो लोग समय का सही उपयोग करते हैं, वे जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं, जबकि जो इसे बर्बाद करते हैं, उनका समय हमेशा उनके हाथ से निकल जाता है। रोहन की तरह, हमें भी यह समझना चाहिए कि समय हमारे पास एक अनमोल संसाधन है, और इसका सदुपयोग हमें अपनी सफलता की ओर अग्रसर करता है।

जीवन में सफलता के लिए समय का सही प्रबंधन बहुत जरूरी है। समय को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह एक बार गुजरने के बाद वापस नहीं आता। इसीलिए हमें अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए, ताकि हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें और जीवन में संतुष्ट और खुश रह सकें।

सीख: यह कहानी हमें यह सिखाती है कि समय का सही उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जो लोग समय का सही प्रबंधन करते हैं, वे जीवन में सफल होते हैं। समय बर्बाद करने से केवल पछतावा मिलता है, लेकिन समय का सदुपयोग सफलता और संतुष्टि की ओर ले जाता है।

समाप्त!